Friday 16 December 2011

आतंकियों के विरोध में


  • ख़ुफ़िया जानकारी एकत्रित करने का तंत्र मजबूत करे और आतंक से लड़ने के लिए एकीकृत कमान का गठन करे!
  • सुरक्षा बलों की आतंकरोधी क्षमता इतनी बढाए और उन्हें आवश्यक प्रतिघातक क्षमता से इस प्रकार सुसज्जित  करे कि भविष्य में कोई आतंकवादी आक्रमण ना होने पाए!
  • राष्ट्रीय स्तर पर कार्यक्रम चलाया जाए जिसके अंतरगत स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षा संस्थानों में जाकर और संचार माध्यमो से आम नागरिक को आतंकरोधी उपायों का प्रशिक्षण दे!
  • पोटा व मकोका जेसे कठोर कानून बनाए जाये और गुजरात राजस्थान सहित विभिन्न राज्यों द्वारा निर्मित आतंक विरोधी कानूनों को स्वीकृति प्रदान करे!
  • स्लीपर सेल ( समाज में छिपे पड़े देशी और विदेशी आतंक तत्व ) व माड्यूल (अवसर आने पर निर्देश मिलते ही सक्रिय हो जाने वाले आतंकी) के रूप में जमकर बेठे स्थानीय आतंकी समर्थक तंत्र को जल्दी से जल्दी खत्म किया जाए!
  • देश कि सीमाओं कि सुरक्षा कड़ी कि जाए!
  • आतंक के विरुद्ध युध में राजनेतिक स्वार्थ को हावी ना होने दिया जाए!

"अब हम सब साथ-साथ चलेंगे भारत का विकास करेंगे"

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